Sunday, May 19, 2013

स्पाट फिक्सिंग के तार कोलकाता से जुड़े, पर केकेआर की खूंटी मजबूत है!

स्पाट फिक्सिंग के तार कोलकाता से जुड़े, पर केकेआर की खूंटी मजबूत है!


एक्सकैलिबर स्टीवेंस विश्वास​


कोलकाता में आईपीएल को लेकर जुआ सर्वत्र जारी है। क्लबों, होटलों बारों के  सुरक्षित ठिकानों के अलावा शहर के कोने कोने में बेटिंग के तामझाम हैं। स्पाट फिक्सिंग के मामले में सट्टाबाजों पर पकड़ मजबूत करने और पैसों के लेन देन के बारे में जानने के लिए जांच टीम आ रही है।


लेकिन इस सिलसिले में रोजवैली प्रायोजित कोलकाता नाइट राइडर्स खाता पाक साफ बताया जा रहा है और दावे किये जा रहे हैं कि उसका कोई खिलाड़ी इस जंजाल में नहीं फंसा है। लेकिन जिस तरह पिछली चैंपियन केकेआर ने निर्णायक मौकों पर मैच हात से फिसलने दिया, उस पर दर्शकों को जरूर हैरत हुई होगी। रांची में सबसे कमजोर टीम समझी जानेवाली पुण वारियर्स के खिलाफ खेलते हुए युसूफ पठान के आउट होने का अंदाज अभी लोगों को समझ में नहीं आ रहा है।


इस पर सनराइजर्स के साथ अंतिम मैच में केकेआर ने जिस तरह मैच हारा , वह भी सवाल खड़ा करता है। केकेआर की हार से बेंगलूर रायल चैलेंजर टूर्नामेंच से बाहर हो गयी है। जाहिर है कि इस मैच पर खूब बेटिंग हुई है। इसमे किसने क्या गुल खिलायेयह जांच का मामला है। पर ऐसी कोई जांच नहीं होगी। प्रवर्तन निदेशालय के मौजूदा आईपीएल टूर्नामेंट में स्पॉट फिक्सिंग के हालिया आरोपों के संबंध में धन शोधन के पहलू की जांच करने की संभावना है।प्रवर्तन निदेशालय को ऐसा ही शक चिटफंड कंपनियों के बारे में भी हैं।आईपीएल में इन कंपनियों ने क्या गुल खिलाये हैं, फिलहाल इसका खुलासा हुआ नहीं है।यह केंद्रीय एजेंसी विदेशी मुद्रा विनिमय कानून के प्रावधानों के तहत इस मामले में कथित तौर पर हवाला के जरिए किए गए लेन-देन की भी जांच कर सकती है।प्रवर्तन निदेशालय ने पहले ही दिल्ली, मुंबई, बेंगलूर और अन्य बड़े शहरों में संदिग्ध हवाला ऑपरेटरों और कारोबारियों के ऑपरेशन की कथित तौर पर जांच शुरू कर दी है। प्रवर्तन निदेशालय उन सौदों के बारे में दस्तावेज रखती है जिनपर हवाला के धन का लेन-देन करने का संदेह है।उन्होंने बताया कि स्पॉट फिक्सिंग जैसे मामले न सिर्फ विदेशी मुद्रा विनिमय कानूनों का उल्लंघन करते हैं बल्कि धन शोधन के अपराध का रूप भी ले सकते हैं।प्रवर्तन निदेशालय विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम के प्रावधानों के तहत हवाला के जरिए लेन-देन की जांच करती है।


पुणे वॉरियर्स ने लगातार नौ मैच हारने के बाद कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ सात रन से जीत दर्ज की। यह हार केकेआर को बहुत भारी पड़ गई। प्लेऑफ में पहुंचने की अपनी सूख चुकी उम्मीदों को जिंदा रखने के लिए अपने दूसरे होम ग्राउंड पर केकेआर के लिए जीत ही एकमात्र ऑप्शन था। मगर यूसुफ पठान (72) ने बेहद गैर जिम्मेदाराना ढंग से खुद को आउट करके कोलकाता की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।18वें ओवर की पांचवी बॉल पर युसुफ पठान आईपीएल में फील्डिंग में बाधा डालने पर आउट करार दिए जाने वाले पहले खिलाड़ी बन गए। उस वक्त केकेआर का स्कोर 148 रन था और टीम जीतने की स्थिति में लग रही थी। यूसुफ वायने पर्नेल की बॉल को सॉफ्ट हाथों से खेल गए और तेजी से रन के लिए दौड़ पड़े, मगर दूसरे छोर पर खड़े देवब्रत दास अपने स्थान पर खड़े रहे। पर्नेल ने बॉल उठाने की कोशिश की, लेकिन युसुफ ने बॉल को बॉलर की पहुंच से दूर करने के लिए अपने दाएं पैर से उसे हिट कर दिया। पर्नेल और उनके साथियों ने जोरदार अपील की। तीसरे अंपायर ने उन्हें फील्डिंग में बाधा डालने के लिए आउट करार किया। पठान ने 44 बॉलों में आठ चौके और दो छक्के से 72 रन बनाए, जो आईपीएल-6 में उनकी बेस्ट पारी थी।


सनराइजर्स हैदराबाद टीम ने उप्पल के राजीव गांधी स्टेडियम में रविवार को खेले गए इंडियन प्रीमियर लीग के छठे संस्करण के 72वें और अपने 16वें मुकाबले में कोलकाता नाइट राइडर्स टीम को पांच विकेट से हराकर प्लेऑफ में जगह बना ली है।

बीते साल की चैम्पियन नाइट राइडर्स इस साल नौ टीमों की तालिका में सातवें क्रम पर रही। नाइट राइडर्स ने सनराइजर्स के सामने 131 रनों का लक्ष्य रखा था, जिसे उसने 18.5 ओवरों में पांच विकेट खोकर हासिल कर लिया। लगातार अंतराल पर पांच विकेट गिरने के कारण सनराइजर्स दबाव में आ गए थे लेकिन डैरेन सैमी (नाबाद 17) ने लगातार दो छक्के लगाकर अपनी टीम को जीत दिला दी।यह मैच सनराइजर्स के लिए बेहद अहम था। इस मैच को जीतकर वह प्लेऑफ में पहुंच गई। उसकी जीत ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को बाहर का रास्ता दिखाया। सनराइजर्स की हार की सूरत में रॉयल चैलेंजर्स प्लेऑफ में पहुंचने वाली चौथी टीम बन सकती थी लेकिन पहली बार आईपीएल में खेल रही इस टीम ने विराट कोहली के साथियों को निराश किया।


आईपीएल के आखिरी लीग मैच में सनराइजर्स हैदराबाद ने पार्थिव पटेल (47) और शिखर धवन (42) की धमाकेदार पारियों से कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) को 5 विकेट से रौंदकर नॉकआउट राउंड में जगह बना ली। टूर्नामेंट से पहले ही बाहर हो चुके केकेआर ने यूसुफ पठान (49 नाबाद) तूफानी पारी के दम पर 130 रन बनाए थे। हैदराबाद ने 18.5 ओवर में 5 विकेट खोकर यह स्कोर हासिल कर लिया। हैदराबाद की तरफ से डी सैमी ने नॉटआउट 17 रन बनाए। अंतिम चार में पहुंचने वाली बाकी टीमों में चेन्नै सुपरकिंग्स, मुंबई इंडियंस और राजस्थान रॉयल्स शामिल हैं।


रोज वैली और प्रयाग जैसे चिटफंड कंपनियों से सीधे जुड़े केकेार के मालिक शाहरुख खान के न केवल बंगाल के​

​मुख्यमंत्री से बेहतरीन ताल्लुकात हैं, बल्कि वे बंगाल के ब्रांड एम्बेसेडर भी हैं। जैसे कि प्रयाग के भी वे ब्रांड एम्बेसेडर हैं।


अब जब चिटफंड कारोबार का खुलासा हुआ है, तब भी उन्होंने न रोज वैली से और न ही प्रयाग से अपने रिश्ते तोड़े हैं। जबकि रिश्ते तोड़ने में वे बेहद प्रोफेशनल बताये जा सकते हैं।


सौरभ गांगुली का मामला कोई अकेला नहीं है, अपनी परम मित्र जूही चावला तक को झटका देने में उन्होंने कोई हिचक नहीं दिखायी तो क्या वजह है कि वे दो दो चिटफंड कंपनियों के साथ बने हुए हैं?


इसका साफ जवाब है कि ऐसे रिश्ते तो तमाम बड़े लोगों के हैं। मंत्रियों, सांसदों से लेकर किस किसके नहीं तो अकेले शाहरुख को पाक साफ बने रहने की जरुरत ही क्या है फिर उन्हें पक्का राजनीतिक संरक्षण भी मिला हुआ है।


"कोलकाता नाईट राइडर्स के मालिक बॉलिवुड के मशहूर अभि‍नेता शाहरूख खान हैं। 2008 में जब आईपीएल की शुरुआत हुई तब यह टीम क्रिकेट प्रमियों के लिए आकर्षण का केन्‍द्र थी और इसका प्रमुख कारण था इस टीम से जुड़े खिलाड़ी। कोलकाता की टीम में सौरव गांगुली, क्रिस गेल, ब्रेंडन मेक्‍कुलम और ईशांत शर्मा जैसे नामी खिलाड़ी शामिल थे। कोलकाता की टीम ने वैसे तो आईपीएल में अपने पहले ही मैच में शानदार खेल दिखाया और क्रिकेट प्रमियों को लगा की यही टीम आईपीएल का खिताब जीतेगी लेकिन बाद में दर्शकों को निराशा के अलावा कुछ भी हाथ नहीं लगा। आईपीएल के पहले संस्‍करण में तो कोलकाता की टीम पॉइंट टेबल में सबसे कम अंको के साथ निचे रही। लगातार तीनों संस्‍करणों मे असफल और विवादों में रहने के बाद चौथे संस्‍करण में कोलकाता की टीम ने गौतम गंभीर, युसुफ पठान जैसे नए चेहरों को मैका दिया। इतनी मेहनत और परिवर्तन के बाद देखना है कि इस बार आईपीएल में भाग्‍य इस टीम का साथ देता है की नहीं। "


इसी बीच आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में औरंगाबाद से आज तड़के एक पूर्व रणजी खिलाड़ी और दो सट्टेबाजों समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया। जांच में और विवरण निकलकर सामने आ रहे हैं जो इस संदेह को जन्म देते हैं कि अन्य टीमों के खिलाड़ी भी इसमें शामिल हो सकते हैं।


दिल्ली पुलिस ने बताया कि क्रिकेट जगत को हिलाकर रख देने वाले मामले में एक मौजूदा रणजी खिलाड़ी को भी गिरफ्तार किया गया है। सटोरियों और मौजूदा खिलाड़ियों के बीच बिचौलिये का काम कर रहे कई और छोटे खिलाड़ियों तथा पूर्व खिलाड़ियों की भूमिका की जांच की जा रही है। धन से भरपूर इंडियन प्रीमियर लीग के छठे सीजन में अलग वर्ग के सटोरिये भी शामिल हैं और पुलिस को संदेह है कि पिछले सीजन में भी कुछ मैचों में स्पॉट फिक्सिंग हुई थी।


पुलिस सूत्रों ने बताया कि अजीत चंदीला सट्टेबाजों के चार समूहों के साथ संपर्क में था और मैचों को फिक्स करने के लिए उपलब्ध रहने का इच्छुक था। चंदीला के साथ श्रीसंत और अंकित चव्हाण को भी गत गुरुवार को गिरफ्तार किया गया था। यद्यपि पुलिस अधिकारियों ने अन्य टीमों के खिलाड़ियों की भूमिका की पुष्टि नहीं की क्योंकि कोई निश्चित प्रमाण नहीं है।


जांच अधिकारियों ने इस बात की संभावना से इंकार नहीं किया और कहा कि जांच अब भी जारी है और खुली हुई है। आज की गिरफ्तारी के साथ इस मामले में अब तक तीन आईपीएल खिलाड़ियों, दो पूर्व खिलाड़ियों और 12 सटोरिये सह फिक्सरों समेत कुल 17 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। दिल्ली पुलिस ने आज तड़के छापेमारी करके विदर्भ के पूर्व रणजी खिलाड़ी मनीष गुद्देवार (32) और सट्टेबाज सुनील भाटिया (44) और किरण डोले (42) को सुबह तकरीबन पांच बजे औरंगाबाद से गिरफ्तार किया। तीनों नागपुर के निवासी हैं।


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