राष्ट्रपति चुनाव में यूपीए का साथ देंगी ममता
राष्ट्रपति चुनावों को लेकर ममता बनर्जी अभी तक खुलकर यूपीए के साथ खड़ी नहीं थीं. अपने रहस्यमय व्यवहार से वे कांग्रेस को संकट में डाले हुए थीं, लेकिन अब लगता है कि संकट के बदल छंट गए हैं और ममता यूपीए की लाइन में आ गयी हैं. ममता ने सन्देश भेजा है कि वे कांग्रेस उम्मीदवार का विरोध नहीं करेंगी.
कुछ दिनों ने पहले ममता सरकार में कांग्रेस कोटे से मंत्री और कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मानस भुइयां ने ममता से यह शिकायत की थी कि तृणमूल कांग्रेस का व्यवहार वफ़ादारी वाला नहीं रहा है. उन्होंने ममता से यह भी अपील की थी कि अगर कांग्रेस प्रणव मुखर्जी को राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार बनाती है तो ममता प्रणव का समर्थन करें. मानस भुइयां प्रणव मुखर्जी के वफादार नेता हैं, इसलिए माना जा रहा है कि उन्होंने प्रणव की मजबूत दावेदारी के बल पर ममता से सार्वजनिक अपील कर न केवल ममता पर दबाव बनाया है बल्कि कांग्रेस हाई कमान पर भी बनाया है. अब यह मानस की अपील का असर हो या ममता की रणनीति का हिस्सा, उन्होंने मन बना लिया है कि यूपीए के उम्मीदवार का समर्थन करेंगी.
ममता बनर्जी के इस संदेश के बाद इतना साफ हो गया है कि प्रणव मुखर्जी के राह में अब कोई रोड़ा नहीं बचा है. हालांकि यूपीए सरकार को बाहर से समर्थन दे रही मायावती की बहुजन समाज पार्टी ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं लेकिन ऐसा समझा जा रहा है कि प्रणव बाबू के नाम की घोषणा मायावती से सलाह मशविरा करके ही िकया जाएगा.
प्रमुख विपक्षी पार्टी भाजपा ने कहा है कि वह राष्ट्रपति चुनाव के बारे में अपनी रणनीति का खुलासा यूपीए द्वारा उम्मीदवार घोषित कर दिये जाने के बाद ही करेगी.
Facebook
del.icio.us
Digg
StumbleUpon
No comments:
Post a Comment