Tuesday, September 10, 2013

मुजफ्फरनगर : कर्फ्यू में रही दो घंटे की ढील, शहर में हालात सुधरे

मुजफ्फरनगर : कर्फ्यू में रही दो घंटे की ढील, शहर में हालात सुधरे

Wednesday, 11 September 2013 08:59

संजीव / सुरेंद्र सिंघल/ ईएनएस
मुजफ्फरनगर / देवबंद। तनावग्रस्त मुजफ्फरनगर शहर में मंगलवार को प्रशासन ने कर्फ्यू में दो घंटे की ढील दी ताकि लोग जरूरी चीजें खरीद सके। हालांकि इस दौरान हालात सामान्य बताए गए, लेकिन आसपास के गांवों में हालात अब भी चिंताजनक हैं। मंगलवार को भी कुछ जगहों में छिटपुट हिंसा हुई। पुलिस ने ग्रामीण इलाकों से तीन शव बरामद किए। सूत्रों के अनुसार इस सांप्रदायिक हिंसा में मरने वालों की तादाद पचास से ऊपर हो सकती है। पुलिस ने अभी तक 34 मृतकों की शिनाख्त की है। लेकिन जिला मुर्दाघर में आठ और अनचीन्ही लाशें पड़ी हैं। साथ ही शामली और मेरठ के शवगृहों में भी कुछ लाशें पड़ी होने की खबरें मिली हैं।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने अपना नाम न जाहिर करने की शर्त पर ईएनएस को बताया कि मुजफ्फनगर के सिविल अस्पताल में 34 शवों का पोस्टमार्टम किया गया है। लेकिन अभी तक आठ लाशों की पहचान होनी बाकी है। उन्होंने बताया कि ये लाशें बीते तीन दिन के अंदर लाई गई हैं। एक अन्य व्यक्ति की मौत मेरठ में हुई है। सूत्रों का कहना है कि मुजफ्फरपुर-शामली और मुजफ्फरपुर-मेरठ सीमा में मारे गए लोगों के शव भी पोस्टमार्टम के लिए दूसरे जिलों में भेजे गए हैं। कुछ लोगों के शव आसपास के गांवों के खेतों में भी पाए गए हैं।
हालांकिप्रशासन ने कहा है कि 32 लोग मुजफ्फरनगर जिले में मारे गए हैं। अब तक 975 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। पांच अभियुक्तों पर रासुका लगाया गया है। पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार कर भारी मात्रा में हथियार बरामद किए हैं। 
सहारनपुर मंडल के आयुक्त भुवनेश कुमार ने मंगलवार को जनसत्ता को बताया कि मुजफ्फरनगर में मंगलवार को साढ़े तीन बजे से दो घंटे कर्फ्यू में ढील दी गई। इस दौरान कहीं कोई गड़बड़ी नहीं हुई। उन्होंने बताया कि कर्फ्यू में ढील कोतवाली, सिविल लाइंस और नई मंडी थाना क्षेत्रों में दी गई। उन्होंने बताया कि अब हालात सामान्य हो रहे हैं। कर्फ्यूग्रस्त इलाकों में गैस सिलेंडर दूध, दवा व पीने के पानी और साफ-सफाई की व्यवस्था के लिए कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। मंगलवार को पूरे शहर में दूध के पैकेट बांटे गए। गैस सिलेंडर वितरण के लिए गैस एजंसियों से कहा गया है। नगर पालिका के नलकूप चलाने के लिए नलकूप संचालकों को पास जारी किए गए हैं। इसके अलावा एंबुलेंस गाड़ियां गली-मोहल्लोंमें जाकर दवाएं भी बांटेंगी। 
आयुक्त ने बताया कि मंगलवार को मुजफ्फरनगर शहर में कोई घटना नहीं घटी। हालात और सामान्य होने पर एक-दो दिन में कर्फ्यू में ढील और बढ़ाई जाएगी। उन्होंने कहा कि हिंसा की वजह से लोगों के बीच अविश्वास की जो खाई बनी है, उसे पाटने में प्रशासन लग गया है। गांव-गांव जाकर लोगों को एक साथ बैठाकर अमन-चैन बनाने की कोशिशें जारी हैं। 
सूत्रों ने बताया कि मंगलवार को भी ग्रामीण इलाकों में हालात नहीं सुधरे। देहाती क्षेत्रों में तीन और शव मिले। पुलिस ने कई जगहों पर तलाशी के दौरान दर्जनों लोगों को हिरासत में लिया और भारी में हथियार बरामद किए। पुलिस ने बताया कि शाहपुर थाना क्षेत्र के गांव सोरम में एक युवक की तेजधार हथियारों से काटकर हत्या कर दी गई। इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस इसे आपसी रंजिश का मामला बता रही है। शाहपुर थाना क्षेत्र के ही गांव कसेरवा में नहर के पास एक शव मिला है। मीरापुर थाना क्षेत्र के सिखेड़ा गांव में एक युवक की चाकू से गोद कर हत्या कर दी गई। यह युवक सोमवार से लापता था। इसके अलावा थाना रतनपुरी क्षेत्र के गांव भूखेड़ी में 52 साल के एक व्यक्ति पर सोते समय हमला कर दिया गया। इलाज के लिए उसे गंभीर हालत में मेरठ भेज दिया गया। 

प्रमुख सचिव गृह आरएम श्रीवास्तव ने बताया कि शांति-व्यवस्था व सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने के लिए संवेदनशील स्थानों पर पुलिस व्यवस्था के साथ सीसीटीवी और वीडियो कैमरे से निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा शांति समिति की बैठकें बुलाई जा रही हैं। सभी जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को कड़ी सतर्कता बरतने को कहा गया है।
गृह सचिव कमल सक्सेना ने लखनऊ  में बताया कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में कुल 38 लोग मारे गए हैं, जिनमें मुजफ्फरनगर में 32 लोग मारे गए हैं। उन्होंने बताया कि मेरठ से दो लोगों के मारे जाने की खबर है। हापुड़, बागपत, सहारनपुर व शामली में भी एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। 
पुलिस महानिरीक्षक (अपराध) आशीष गुप्ता ने बताया है कि मुजफ्फरनगर और आसपास के इलाकों में हुए दंगों के सिलसिले में अब तक कुल 975 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। और 1720 शस्त्र लाइसेंस रद्द किए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि अब तक बागपत में गिरफ्तार तीन और सहारनपुर में दो लोगों के खिलाफ रासुका लगाया गया है, जबकि सहारनपुर में चार लोगों के खिलाफ रासुका लगाने की प्रक्रिया चल रही है। मुजफ्फरनगर में अब तक किसी पर रासुका नहीं लगाए जाने के बारे में पूछे गए सवाल होने पर उन्होंने कहा कि वहां भी इस बारे में प्रक्रिया चल रही है, मगर इस बाबत उन्होंने और कोई जानकारी नहीं दी।         
गुप्ता ने यह भी बताया कि 27 अगस्त को दो समुदायों के तीन युवकों की हत्या के बाद दोनों तरफ से जिन 12 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हुई थी, उनमें सात की नामजदगी गलत पाई गई है और उनके नाम मुकदमे से हटा दिए गए हैं।
उधर, सहारनपुर नगर, देवबंद शहर, रामपुर मनिहारान, बड़गांव व ग्राम रणखंडी में असामाजिक तत्वों ने कई घटनाओं को अंजाम देते हुए एक व्यक्ति की हत्या कर दी और तीन लोगों को गोली मार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। मंगलवार को भी जिले में तनाव रहा और छिटपुट घटनाएं जारी रहीं। पुलिस ने बताया कि रामपुर मनिहारान में कुछ लोगों ने फेरी लगाने वाले एक वृद्ध को पीट कर घायल कर दिया। कस्बा बड़गांव में मिजोरम निवासी दो लोगो के साथ मारपीट की गई। देवबंद में कुटी रोड पर 80 साल के एक वृद्ध का शव बरामद हुआ। सोमवार देर रात देवबंद के सबसे बडेÞ गांव रणखंडी में दंगाइयों ने 82 साल के शब्बीर को घर में घुस कर गोली मार दी। घटना की सूचना मिलने पर एसएसपी देवेंद्र कुमार अर्द्ध सैनिक बलों के साथ मौके पर पहुंचे। नर्सिंग होम में भर्ती शब्बीर की हालत नाजुक बनी हुई है। देवबंद के मोहल्ला कायस्थवाड़ा में दो संप्रदायों के युवकों के बीच झड़प में धारदार हथियार चले। एक अन्य घटना में नूनाबड़ी गांव में एक सब्जी विक्रेता को अज्ञात लोगों ने चाकू घोंप कर घायल कर दिया।
http://www.jansatta.com/index.php/component/content/article/1-2009-08-27-03-35-27/51497-2013-09-11-03-32-50

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