Wednesday, August 1, 2012

Fwd: ब्रैंडेड अर अन- ब्रैंडेड चीजुं मा महाभारत --गढवाली हास्य व्यंग्य साहित्य



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From: Bhishma Kukreti <bckukreti@gmail.com>
Date: 2012/8/1
Subject: ब्रैंडेड अर अन- ब्रैंडेड चीजुं मा महाभारत --गढवाली हास्य व्यंग्य साहित्य



गढवाली हास्य व्यंग्य साहित्य
                             नामी अर बेनामी ( ब्रैंडेड अर अन- ब्रैंडेड )चीजुं मा महाभारत
                                     चबोड्या - भीष्म कुकरेती
ब्रैंडेड अर अनब्रैंडेड चीजुं अपण आपस मा बैरमण्वास, तून लगाण , तिराण , झगड़ा मीन बचपन मा इ देखी आल छौ. हमर इख गाँ मा चंदौसी को नामी गिरामी .के.बी. ऑयल (कड़ो तेल) आन्द छौ. एक दै हमर घ्वाड़ा वळ ददा जी दुगड़ बिटेन थ्वड़ा सस्तु मा बेनामी जे.बी ऑयल क्या लाइ कि के.बी. ऑयल न सरा घौरम घ्याळ मचै दे . के.बी. ऑयल न मेरो बडा जी मा ब्वाल बल बम्बई का सेठ ह्वेक बेनामी तेल से खाणक बणैल्या ? के.बी. ऑयल न जे. बी. ऑयल कि इन तौहीन कार कि म्यार दूदी क भुला तै बि घौरम बास आण मिसे गे. परिवार मा सब तै लग कि जे.बी ऑयल मा साग भुटे जाल या स्वाळ पक्वड़ बणोला त हमारि मुन्डीत की गाँ मा बेज्जती ह्व़े जाली. बस बडा जीन जे.बी. तेल बामणु , ल्वारूं , टमटो खुणि ड़ड्वारो बान रिजर्व्ड कौरी दे. ड़ड्वारो चीजक ब्रैंड नि दिखे जांद बल्कण मा मात्रा दिखे जांद.
इख मुंबई मा त मी अपण घौरम ब्रैंडेड अर अन -ब्रैंडेड चीजुं मा रोज घिमसाण, घपरोळ, घपक-घपकौण, घमाचूर मच्युं रौंद. ब्रैंडेड चीज घमंड मा बेनामी चीज मा हीण भावना भोरि दीन्दी.
अब सि पर्स्या क छ्वीं च .म्यार एक कमरा मा अकाई कु टी.वी च जु खराब मिक्सी क तरां घर्र घर्र करण मिस्याई. त दुसर कमरा बिटेन एल..जी. क एल.सी.डी. रोष म बुलण लगी बल अन-ब्रैंडेड या लो लेवल कु ब्रैंड लाण मी यी आफत हूंद. जाओ अर ये अकाई टी.वी तै बेचीं द्याओ अर हैंको एल .जी..खरीदिक लाओ.
मी कुछ बुल्दो कि वां से पैल इ एल..जी. क एल.सी.डी न बोलि," पण बिचली कख ? अन- ब्रैंडेड चीजुं रीसेल वैल्यू बि त नि होंदी! "
उख डीप फ्रीजर मा रोज मौल बिटेन लयां माछ, हैम (सूंगरो मांस ) मछी बजार बिटेन लयां माछुं अर शिकार तै हड़काणा रौंदन बल तुम अन -ब्रैंडेड माछ अर शिकार की हम मौल का ब्रैंडेड शिकार क दगड उठण-बैठणौ क्या औकात ? अर हीन भवना से ग्रसित मछी बजार का माछ बिचारा सौडि जान्दन. जनि अन-ब्रैंडेड माछ या बखरो रान सड़दन त ब्रैंडेड शिकार रौक एंड रोल करण बिसे जान्दन अर तून दीन्दन बल देखी याल तुमन अन-ब्रैंडेड चीजुं हाल. फिर यि सौब ब्रैंडेड माछ, शिकार बुल्दन बल "कुज्याण नीतेश कुमार, मुलायम अर ममता किलै ब्रैंडेड चीजुं अर ओर्गेनाईज्ड अर ब्रैंडेड रिटल से नफरत करदन धौं ?" एक ब्रैंडेड अंडा न त एक दिन इन बि ब्वाल," मी जाणदो नि छौं कि इ नेता अफु त अपण अंडर वियर पेरिस बिटेन मंगादन पण य़ी नेता नि चान्दन बल आम भारतीय ब्रैंडेड डम्फू अर ब्रैंडेड काफुळ खावन"
अब एक दिन मी एक अन ब्रैंडेड स्त्री ( आयरन ) लौं त ब्रैंडेड स्विच न बिजली दीण से इनकार कौरी दे बल मी इन अन-ब्रैंडेड चीजुं दगड रिश्ता इ नि रखण चांदु जां से मेरो मान समान घटी जाओ .
मेरी ब्वारी तै ब्यौ मा द्विएक प्रेशर कुकर भेंट मिली होलू अर यूँ दुई प्रेसर कुकरों देखिक जनम जाति बैरी हॉकिन्स अर प्रेस्टीज कुकर एक ह्व़े गेन अर यूँ अनब्रैंडेड प्रेसर कुकरों तै म्यार रूस्वड़ मा नि आणि दे त फिर हमन बि झक मारिक यूँ द्वी प्रेसर कुकरों तै कै तैं गिफ्ट मा दे देन.
म्यार दगड्यो न ब्वाल बल यार अब ब्रैंडेड दूद लीण चएंद त हमन बि ब्रैंडेड दूद खरीदण शुरू करी दे. पण जनि हम ब्रैंडेड दूद तै अपण चाइनीज मिल्क बौयलर मा गर्म कार त दूद फ़टी गे. दूद मेखुण बुलणु बल ," जब ब्रैंडेड मिल्क बौयलर लीणो औकात नी च आप ब्रैंडेड दूद नि खरीदो." मरदो क्या नि करदो. दुसर दिन मी ब्रैंडेड मिल्क बौयलर लै ग्यों अर अचर्ज कि उखम दूद नि फट. मीन ब्रैंडेड मिल्क बौयलर कु पैथर द्याख त म्यार चंख चलि गेन ब्रैंडेड मिल्क बौयलर अर म्यरो चाइनीज मिल्क बौयलर एकी फैक्ट्री मा बणदन. बस ब्रैंडेड दूद कि धौंस च कि वै तै ब्रैंडेड मिल्क बौयलर इ चयेणु च.
इनी ब्रैंडेड चटाई सपना त हमारि बेजती मेमानु समणि इ करी दीन्दी , जनि क्वी मेमान हमर घौर आन्द त या सपना ऊं मा अन- ब्रैंडेड चटाइयों इथगा काट करदि कि हमर ख़ास नामी गिरामी मेमान रूठी क दुसर दिन बिटेन हमर ड़्यार नि आन्दन.
हमारो गद्दा त ब्रैंडेड मैट्रिक्स को च पन जनि हम वै मा क्वी अन- ब्रैंडेड चादरु डाळदवां त वु ब्रैंडेड गद्दा अळग उन्द करण बिसे जांद , ब्रैंडेड गद्दा अन ब्रैंडेड चदरो क इथगा कमी बथान्द कि हम तै इन लगद जन बुल्या यू चदरु बिनाणु ह्वाऊ अर याँ से वीं रात हम तै निंद नी आँदी. बस दुसर दिन हम अन - ब्रैंडेड चदरु बेचीं दीन्दा अर ब्रैंडेड चदरु लेक ऐ जांदा.
ब्रैंडेड जुत अर अन- ब्रैंडेड मोजों मा त रोज घिमसाण मचीं रौंद अर दुयुंक झगड़ा मा खुट म्यार कट्यान्द.बल्दुं झगड़ा मा पुंगड़ी को नुकसान.
हमारो मेज बि पसंद नि करदो कि हम वैमा गढवळि पत्रिका धौराँ . यू मेज हमेशा हम तै अड़ाणु रौंद कि पत्रिका सिरफ अंग्रेजी की हूण चएंदन. मिसल च ना कि भितर खांदु मि फाणु अर बाड़ी अर भैर कुत्ता कुण लान्दो भात चाहे ह्वाऊ बासी भात.
अब द्याखो ना म्यार ख़ास दगड्या न 'भारत की स्थानीय भाषाओं को कैसे जीवित रखा जाय' पर एक सम्मलेन बुलाई अर मै तै नि बुलाई. जब कुछ दिन पिछनै यू ख़ास दगड्या मील त सीदा बुलण बिस्याई, " भीष्म जी असल मा सम्मेलन सिर्फ ब्रैंडेड भाषाओं तलक सीमित छौ त आप तै मीन नि बुलाई. जब कबि अन-ब्रैंडेड भाषाओं क क्वी सम्मेलन होलू त तुम तै बि जरूर बुलौलु."
मेरी समज मा नि आई कि कन जुग ऐ ग्याई बल भाषा बि ब्रैंडेड अर अन-ब्रैंडेड को तराजू मा तुल्याण बिसे गेन.!
Copyright@ Bhishma Kukreti , 1/8/2012
गढवाली हास्य व्यंग्य साहित्य जारी ...

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Regards
B. C. Kukreti


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