Fwd: [muktikami] 'आह्वान' का फ़ासीवाद विरोधी विशेषांक
साथियों
आज पूरी दुनिया में आर्थिक संकट गहराता जा रहा है। आर्थिक मंदी के इस दौर में फासीवादी शक्तियां भी सिर उठा रही हैं। दुनियाभर में क्रान्ति की आत्मगत शक्तियों के कमजोर होने के कारण भी फासीवादी लगातार अपनी ताकत बढा पा रहे हैं। ऐसे में जरूरी है कि आज जनता के सामने फासीवादीयों का कच्चा चिट्ठा खोलकर सामने रखा जाय व उनको समझाया जाय कि फासीवाद आम मेहनतकश जनता के लिए तबाही बर्बादी के अलावा और कुछ नहीं ला सकता है। 'आह्वान' की टीम का भी यही प्रयास है
आशा है कि आह्वान का ये विशेषांक फासीवाद के उभार के कारणों व उससे लड़ने की रणनीति को समझने में जरूरी योगदान करेगा। अगर आप भी इस मुहिम की जरूरत महसूस करते हैं तो इस अंक को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहूँचाये। इसके लिए आप अपने दोस्तों को ये मेल भी भेज सकते हैं या फिर पत्रिका की प्रिन्ट प्रति भी मंगवा सकते हैं।
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