मुखपृष्ठ चुनावी रणनीति से माहौल बनाने में जुटी कांग्रेस
मुखपृष्ठ चुनावी रणनीति से माहौल बनाने में जुटी कांग्रेस Thursday, 26 September 2013 09:09 | मनोज मिश्र नई दिल्ली। भाजपा के प्रधानमंत्री के घोषित उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की रोहिणी के जापानी पार्क में सभा होने से चार दिन पहले से कांग्रेस ने विधिवत दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार तय करने की प्रक्रिया शुरू करके दिल्ली में राजनीतिक गर्मी बढ़ाने की कोशिश की है। कांग्रेस ने 30 सितंबर तक टिकट चाहने वाले नेताओं से फार्म भरवाने शुरू किए हैं। इस तरह के प्रयोग पहले भी होते थे लेकिन इस बार सारी प्रक्रिया सीधे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की देख-रेख में किया जा रहा है। दिल्ली की चुनाव समिति ने पिछले मंगलवार की बैठक में यह फैसला किया। फार्म भी सामान्य नहीं है। उस पर वे सारी बातें लिखनी है जिसके आधार पर टिकट तय होते हैं। कांग्रेस की ओर से टिकट पाने वालों के लिए भी सर्वे करवाए गए हैं। भाजपा में तो सर्वे का अंतहीन सिलसिला बंद होने का ही नाम नहीं ले रहा है। बताया जा रहा है कि अब सर्वे में सीधे मीडिया के लोगों को शामिल किया गया है। इस बार भाजपा में ज्यादा घमासान दिख रहा है। इसी के चक्कर में प्रधानमंत्री के उम्मीदवार की तो घोषणा हो गई लेकिन अभी तक दिल्ली में मुख्यमंत्री के उम्मीदवार घोषित नहीं हो पाए हैं। परंपराओं से उलट इस बार कांग्रेस में सभी कुछ तय समय पर हो रहा है। मुख्यमंत्री शीला दीक्षित और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जय प्रकाश अग्रवाल में से किसी को भी न बदल कर कांग्रेस नेतृत्व ने एक जुआ खेलने का काम किया है। इसलिए लगता यही है कि कांग्रेस में भी टिकट आसानी से तय नहीं हो पाएगें। उम्मीदवार विशेष के बजाए सामान्य चीजों पर तो दोनों नेता सहमत हैं ही। अब तक जो दिखा है उसके हिसाब से प्रभारी शकील अहमद भी ज्यादा हस्तक्षेप करने वाले नहीं हैं। जुलाई में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की पहल पर उम्मीदवार तय करने वाली छानबीन समिति (स्क्रीनिंग कमेटी) की पहली बैठक हुई। केंद्रीय मंत्री नारायण स्वामी की अगुआई में बनी कमेटी में कांग्रेस महासचिव भूनेश कालिया सदस्य हैं। इनके अलावा दिल्ली के प्रभारी महासचिव डा. शकील अहमद, मुख्यमंत्री शीला दीक्षित और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जय प्रकाश अग्रवाल इस कमेटी के सदस्य हैं। कमेटी ने आरंभिक बैठक में पिछले विधानसभा चुनाव में पांच हजार से कम मतों से जीते उम्मीदवार और पांच हजार से कम मतों से हारे उम्मीदवारों को टिकट देने पर अलग से चर्चा करना तय किया है। दिल्ली विधानसभा के चुनाव साल के आखिर में होने वाले हैं। पिछले चुनाव में 70 सदस्यों की विधानसभा में कांग्रेस के 41 सदस्य चुनाव जीते थे और 12 उम्मीदवार पांच हजार से कम मतों के अंतर से चुनाव हारे थे। कांग्रेस नेताओं का मानना है कि दिल्ली के माहौल भले ही कांग्रेस के ज्यादा अनुकूल न हों लेकिन समीकरण अनुकूल बनाए जा सकते हैं। दिल्ली और केंद्र सरकार के होने का पार्टी लाभ उठाने में लगी है। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के जन्म दिन 20 अगस्त को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने दिल्ली में अन्न सुरक्षा कानून लागू करने के बाद 10 सितंबर को राहुल गांधी ने पुनर्वास बस्तियों में मालिकाना हक देने की शुरुआत की थी। विपरित माहौल में भी गैर भाजपा मतों में बड़े बंटवारे के बिना कांग्रेस को हराना कठिन है। इसीलिए कांग्रेस ने अपने समर्थक मतदाताओं को अपने पक्ष में बनाए रखने के पुख्ता इंतजाम किए हैं। पूर्वांचल और अल्पसंख्यक मतदाताओं को संदेश देने के लिए बिहार मूल के डा. शकील अहमद को ठीक विधानसभा चुनाव से पहले प्रभारी बनाने के बाद जामिया के कुलपति डा. नजीब जंग को दिल्ली का उपराज्यपाल बना दिया गया। दिल्ली में अल्पसंख्यक (मुसलिम) आबादी का औसत 10 फीसद था अब यह बढ़कर 15 हो गया है। 70 में से 46 सीटें ऐसी है जिनमें मुसलिम वोट पांच फीसद से ज्यादा हैं। इसमें दलित वोट जुड़ते ही यह 20 फीसद से ज्यादा हो जाते हैं। इसी के चलते ही 2008 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस महज 3.45 फीसद के अंतर से चुनाव जीत गई। इससे पहले 2003 में कांग्रेस ने 12.91 फीसद के अंतर से और 1998 में 13.74 फीसद के अंतर से भाजपा को पराजित किया था। जबकि 1993 में भाजपा ने 8.3 फीसद के अंतर से कांग्रेस को हराया था। कांग्रेस के नेता इस समीकरण को और मजबूत बनाने में लगे हुए हैं। नगर निगम के चुनाव में हार का कारण ही सीटें छोटी होना माना गया। स्क्रीनिंग कमेटी के नेताओं की तैयारी उन्हीं सीटों को जीतने की है जहां कांग्रेस मजबूत है और गलत टिकट देने से कांग्रेस के उम्मीदवार की हार हुई। 2012 के निगम चुनाव में 68 विधानसभा सीटों में से 47 पर भाजपा, 17 पर कांग्रेस और एक-एक सीट बसपा, एनसीपी, इनेलोद और अन्य को सफलता मिली थी। विधानसभा की दो सीटों में से एक नई दिल्ली एनडीएमसी इलाका होने और दूसरी दिल्ली छावनी बोर्ड का इलाका होने के चलते वहां निगम चुनाव नहीं होते हैं। कांग्रेस ने 2008 के विधानसभा में जीती दो सीटें द्वारका और ओखला उप चुनाव हार गई। बावजूद इसके उसे टिकटों पर माथापच्ची कम ही सीटों पर करनी है। 41 में से 14 सीटें ऐसी हैं जहां जीत पांच हजार से कम वोट से हुई लेकिन लगता नहीं कि उसमें से ज्यादातर के टिकट कट पाएं। इसी तरह 12 सीटें ऐसी हैं जहां हार पांच हजार से कम वोटों की हुई है उनमें भी कई टिकट पा जाएंगे यानि कांग्रेस को नए सिरे से 17-18 सीटों के लिए ज्यादा चर्चा करनी होगी। एक बसपा और एक राजद के विधायक कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। विधायकों के ज्यादा टिकट न कटने के संकेत मुख्यमंत्री काफी समय से देती रही हैं। जिस तरह से राहुल गांधी ने कमान खुद अपने हाथ में ले ली है उससे तो यह भी लगता है कि पैरवी भी ज्यादा नहीं चलेगी। कांग्रेस की ओर से अल्पसंख्यक और दलितों को साधने के अलावा प्रवासी मतदाताओं को प्राथमिकता देने की रणनीति कांग्रेस की प्रतिद्वंद्वी भाजपा को इस चुनाव में बड़ी चुनौती पेश करने वाली है। दूसरी तरफ दिल्ली की मुख्य मंत्री शीला दीक्षित अपने मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए दनादन घोषणाएं कर रही हैं। चुनावी माहौल खुद कांग्रेस बनाने में लग गई हैं। http://www.jansatta.com/index.php/component/content/article/52152-2013-09-26-03-39-29 |
|
|
Blog Archive
-
▼
2013
(5606)
-
▼
September
(776)
- अब बुद्धदेव भी माकपा नेतृत्व पर बरसे
- Convicted Lalu dispatched to Jail as Union Cabinet...
- সারা বছর ওদের পৌষমাস প্রতিদিন প্রতিক্ষণ আমাদের সর্...
- BAMCEF UNIFICATION SPL.G.B. 12 (KHOKAN MAITRA)
- मुख्यमंत्री के खिलाफ नजरुल अदालत में,अपने मुकदमे क...
- अब शारदा फर्जीवाड़ा मामले में अभियुक्तों के खिलाफ ...
- बंगाल देवी दुर्गा के साथ महिषासुर के पूजन का भी गव...
- পুজো পাঠ
- পসন্দ নয়
- ক্রিকেটের বিধাতা
- চমক মমতার
- সন্ত্রাস নিয়ে কড়া বার্তা
- আমন্ত্রিত শীলা
- উত্তপ্ত পাহাড়
- দরজা খুলতে নারাজ
- কেলেন্কারির জের
- নারী নির্যাতনের চালচিত্রে
- গাছের রফাদফা
- ব্র্যান্ড বাঙ্গালির পুজো বাজার
- আচমকা গ্রেফ্তার
- পানশালায় কটুক্তি
- কাঁটা নেই হ্রত্কমলে
- নিভল কামদুনির আগুন
- নির্ভীক অধীর
- নিঃসঙ্গ প্রধানমন্ত্রী
- সাসপেন্ড বিদ্রোহী কুণাল
- Sex-symbol status: Narendra Modi attracts female a...
- Right to Reject: SC triggers beginning of electora...
- OUTLOOK-DRSHTI SURVEY C-Section Of The A-List Of B...
- $100 bn Delhi-Mumbai Industrial Corridor: FinMin O...
- DIPP to soon start talks in FDI in e-commerce in r...
- Privatisation: AirAsia India wants to use old Chen...
- 'Tata-Singapore Airlines will be good for consumer...
- Reliance Industries cries it's being penalised twi...
- Make voting compulsory: BJP
- Mumbai building collapse: Death toll climbs to 61,...
- Weeks after Muzaffarnagar violence, women allege r...
- Kenya mall attack: United States issues caution, i...
- Defence cooperation deal makes India 'closest part...
- NSEL fiasco: Probe indicates money laundering viol...
- Rahul Gandhi wrote to PM Manmohan on ordinance iss...
- Narendra Modi slams Rahul Gandhi, accuses him of d...
- Srinivasan re-elected as BCCI president, Ranjib Bi...
- মুনমুন সেনের কি টাকা কম পড়িয়াছে? मुंबई का बाबू दे...
- दे धक्का
- दुर्घटनेप्रकरणी विकासक अशोक मेहताला अटक
- आंबेडकरी चळवळ आता ओबीसींच्या खांद्यावर
- ‘नकार’ मताने सर्व सुरळीत होणार नाही
- अंतर्कलह या माकपा में बदलाव का दीदी पर असर नहीं
- नवान्न पहुंचने से पहले विद्रोह कुचलने के मूड में म...
- केंद्र की राजनीतिक बिसात का मोहरा रघुराम राजन कमिटी
- শ্রীনিচরিতমানস
- মমতা ক্ষুব্ধ
- কাগজের বিদায়
- জলসাঘরে লন্কাকান্ড
- কোটিপতি ও শৌচাগার
- অনিশ্চিত প্রণবের সই
- আইনসভায অপরাধী
- আর নয় দলের নামে কেল্লা ফতে
- এবার অধীরের বিরুদ্ধে পরোয়ানা
- জিটিএ তে মোর্চা
- বিকালেই রাত
- পুজোর আগেই চেক
- জনসংটোগে মমতা আবিস্কার
- দল ছাড়ছেন ছোড়দা
- পোটোপাড়ার শিশু ভোলানাথ
- শ্রী নি নট আউট
- রাহুল জমানা শুরু
- কাউকে ভোট না দেবার অধিকার,সুপ্রীম কোর্টে ইতিহাস
- Increase diesel price by R4 immediately: Parikh panel
- NSDA working to make India a global workforce to r...
- PM Manmohan Singh allays growth concerns, invites ...
- Gold price jumps Rs 1,000 to three-week high at Rs...
- Lalit Modi may now dabble in IPL-style football le...
- N Srinivasan set to be re-elected; Rajeev Shukla o...
- Rehab Akhilesh style: Book Muslim riot victims for...
- Rahul Gandhi attacks ordinance, Bihar CM Nitish Ku...
- Nitish Kumar backs Rahul Gandhi on ordinance, appe...
- Modi's maiden: BJP's preparations in full swing fo...
- ‘Train travel not safe’, Darul Uloom plans to canc...
- Uttar Pradesh: Akhilesh Yadav government to provid...
- ग्राम विकास अपना कुछ नहीं बस,भरपेट खाने का सपना के...
- BAMCEF UNIFICATION SPL.G.B. AT NAGPUR 8(1) (SUBACH...
- और महिषासुर वध जारी फिरभी सुप्रीम कोर्ट का और ऐतिह...
- Fwd: My son Arian
- Fwd: Fw: venue of assur utsab
- Fwd: TWO NOTES ON THE BUDDHA BIRTH-SPOT LUMBINI AN...
- सोमेन मित्र,शिखा मित्र,कुणाल घोष,दिनेश त्रिवेदी,सौ...
- BAMCEF UNIFICATION SPL.G.B. AT NAGPUR 11(SHIBANI B...
- आशंका है कि अब की दफा कहीं प्याज न हो जाये पूजा के...
- अंतर्कलह, विद्रोह या माकपा में बदलाव से दीदी की से...
- Fwd: Illegal arrest & inhuman torture in police cu...
- SC mulls case of refugees - Apex court asks Centre...
- শিক্ষক্ষেত্রে নৈরাজ্য
- নেতৃত্ব বদলের দাবিতে সরব সোমনাথ
- আলোয় ফিরে
- বার এ পোতল রাত বারোটায়
- যৌণকর্মীদের পুজো
- ফাইলই লোপাট
- হঠাত হাজির মা
No comments:
Post a Comment